
ज़ीरो पावर्टी सर्वे में बहराइच को मिला प्रदेश में पहला स्थान
25 लाख परिवारों का प्रदेश में हो रहा चिह्नीकरण व सर्वेक्षण
मनीष मल्होत्रा
लखनऊ 10 जनवरी। उत्तर प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी ‘जीरो पॉवर्टी स्कीम’ के लिए चल रहे सर्वेक्षण अभियान में यूपी के बहराइच जनपद को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।
बहराइच के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) मुकेश चंद्र (आई.ए.एस.) ने बताया कि “जीरो पावर्टी पोर्टल” पर दर्ज सूचना के अनुसार योजना अन्तर्गत लक्षित परिवारों के चिन्हांकन के लिए संचालित सर्वे को जनपद बहराइच ने पूरे प्रदेश में सबसे पहले पूरा करने में कामयाबी हासिल की है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी ‘जीरो पावर्टी योजना’ के तहत सरकार ने दो अक्टूबर 2024 से उत्तर प्रदेश को एक वर्ष में देश का पहला ‘जीरो पॉवर्टी स्टेट’ यानि ‘गरीबी मुक्त प्रदेश’ बनाने का महाअभियान शुरू किया था। इस क्रम में ‘माप अप एप’ के जरिए प्रदेश भर में सर्वेक्षण अभियान संचालित किया गया। इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक गांव में 20 से 25 निर्धनतम परिवारों का चयन किया जा रहा है, उन निर्धन परिवारों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत भोजन, आवास, शिक्षा, वस्त्र इत्यादि से लाभान्वित किए जाने तथा इनके रोजगार व कौशल विकास पर फोकस करने संबंधी निर्देश शासन द्वारा जारी किए गए। योजना का उद्देश्य प्रदेश के सबसे गरीब परिवारों को चिह्नित कर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है।
सीडीओे ने कहा कि “डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए ‘मॉप-अप ऐप’ के जरिए प्रदेश भर के 25 लाख परिवारों को चिह्नित कर सर्वेक्षण व सत्यापन की प्रक्रिया तेज़ी से शुरू की गई, ऐप पर उन परिवारों का आधार, बैंक खाता विवरण, और लाभार्थी का फोटोग्राफ अपलोड किया जा रहा है। सर्वे में उन परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है जो आवासहीन, कच्चे मकानों में रहने वाले, भूमिहीन या दिहाड़ी मजदूरी करने वाले हैं।”
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि “योजना में सरकारी फंड के अलावा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंड का भी उपयोग होगा, विभिन्न कंपनियों और संगठनों से सहयोग लेकर चिह्नित परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि “अभियान के तहत ग्रामीण स्तर पर कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित करने का शासन द्वारा निर्देश दिया गया था।”
सीडीओ ने बताया कि “आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में भी इस अभियान की अक्टूबर माह में शुरुआत की गयी, बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देशन में जिले की 1041 ग्राम पंचायतों में ‘माप अप एप’ के जरिए सर्वेक्षण अभियान संचालित हुआ।”
उन्होंने बताया “प्रत्येक ग्राम पंचायत से निर्धनतम 25 परिवारों के चिह्नीकरण के तहत, बहराइच जिले में कुल चिह्नित 26025 परिवारों में से 26 हजार परिवारों का सर्वेक्षण हो चुका है। विकास खण्ड फखरपुर की एक ग्राम पंचायत अचौलिया में तकनीकी समस्या होने के कारण 25 परिवारों का सर्वेक्षण शेष है, इसे भी शीघ्र ही पूर्ण करा लिया जायेगा।”

बता दें कि पात्र परिवारों की पात्रता का निर्णय लेने से पूर्व बीते साल नवम्बर माह में प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने स्वयं लखनऊ के कुछ गांवों का दौरा कर सत्यापित लाभार्थियों से मुलाकात की। लाभार्थियों की पहचान करने के लिए मुख्य सचिव ने बगैर किसी लाव लश्कर साधारण तरीके से अपनी पत्नी के साथ लखनऊ जनपद के गांवों का दौरा किया। उन दिनों मुख्य सचिव ने अधिकारियों से यह भी आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि प्रत्येक पात्र परिवार को सहायता मिले।