
सांस्कृतिक युवोत्सव एवं कवि सम्मेलन में साहित्य और संस्कृति का हुआ संगम
तेजस भारत समाचार
अर्चना सिंह
लखनऊ के गोमती नगर स्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में महाकुंभ के तहत सांस्कृतिक युवोत्सव एवं कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल साहित्य और संस्कृति का प्रतीक रहा, बल्कि इसमें राजनीति, कला और रंगमंच से जुड़े कई विशिष्ट हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरव प्रदान किया।

विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व पदम श्री सम्मान से सम्मानित हृदय नारायण दीक्षित ने हिस्सा लिया। उन्होंने महाकुंभ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महिमा पर अपने विचार रखे। उनके साथ विधानसभा सदस्य श्री ओ.पी. श्रीवास्तव और डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने अपनी प्रेरणादायक उपस्थिति दर्ज की।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि रिंकल शर्मा, जो दिल्ली से एक चर्चित नाटककार, वॉइस ओवर आर्टिस्ट और लेखिका हैं, ने नाटक के सचित्र वर्णन के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया। रिंकल शर्मा की प्रस्तुतियों ने न केवल साहित्य बल्कि रंगमंच को भी नई दिशा देने का कार्य किया। उनकी रचनाओं और दृष्टिकोण ने कार्यक्रम को और अधिक समृद्ध बना दिया।

कार्यक्रम की भव्यता और उद्देश्य
आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को साहित्य, संस्कृति और कुंभ की परंपरा से जोड़ना था। कार्यक्रम का संयोजन प्रख्यात पत्रकार अमिताभ नीलम ने किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हैं बल्कि युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़ने का भी संदेश देते हैं।

कार्यक्रम में एंकरिंग की जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक विक्रम राव और अर्चना सिंह ने संभाली। उन्होंने कार्यक्रम के प्रवाह को जीवंत बनाए रखा और श्रोताओं को पूरे समय जोड़े रखा।

साहित्य और कला का अद्भुत संगम
कार्यक्रम में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से महाकुंभ की महिमा और उसकी सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला। हास्य कवि पंकज प्रसून ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को गुदगुदाया और वहीं शिखा श्रीवास्तव ने महाकुंभ के महत्व पर अपनी विशेष कविताएं प्रस्तुत कीं। राजेश कात्यायन की बेटी पर आधारित भावपूर्ण कविताएं श्रोताओं के दिलों को छू गईं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता सुभाष चंदर ने की साथ है कात्यानी सिंह,सौरभ त्रिपाठी आदि कवियों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी

कार्यक्रम में साहित्य, कला और राजनीति का अनूठा संगम देखने को मिला। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक और साहित्यिक दृष्टि से सफल रहा, बल्कि इसने महाकुंभ की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्ता को भी श्रोताओं तक पहुंचाने का कार्य किया। इस अवसर पर महाकुंभ के माहात्म्य पर आयोजित सांस्कृतिक युवोत्सव एवं कवि सम्मेलन का आयोजन अंतराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान गोमतीनगर में वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ नीलम के संयोजन में सफलता पूर्वक किया गया जिसके अति विशिष्ट अतिथि पद्मश्री से सम्मानित पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित,भाजपा विधायक ओ पी श्रीवास्तव,सूचना आयुक्त दिलीप अग्निहोत्री,प्रवक्ता भाजपा अवनीश त्यागी,कहानीकार रिंकल शर्मा, जे पी शुक्ल,मुकुल मिश्र,सुभाष चन्दर,राजीव शर्मा संपादक,सहित कवियों में पंकज प्रसून,राजेश श्रीवास्तव,कात्यानी सिंह,विनीता मिश्रा,सौरभ जायसवाल,संदीप शर्मा,सौरभ त्रिपाठी,शिखा श्रीवास्तव अर्चना सिंह द्वारा काव्यपाठ किया गया।मंच का संचालन कवियत्री अर्चना सिंह ने किया