कुमार गौरव श्रीवास्तव के संयोजन में अमावां ग्राम में पहली बार बिखरा कविताओं का रंग
अर्चना सिंह
लखनऊ सरोजनी नगर के ग्राम अमावां क्षेत्र में सर्वप्रथम अपनी मेहनत हौसलों एवं अपने प्रबल विश्वास के द्वारा कुमार गौरव श्रीवास्तव ने कवि सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें लखनऊ व अन्य स्थानों के कवियों एवं कवयित्रियों को आमंत्रित किया।जिसमें संचालन का कार्यभार संभाल रहे निर्भय निश्छल जी के शानदार संचालन में सभी कवियों ने काव्य किया।जिसमें हास्य के कवि अंकुर पाठक जी ने अपनी रचना रील से फिल्टर हटा के देख से श्रोताओं कि खूब वाह वाही बटोरी। वहीं दूसरी ओर ओज के सशक्त हस्ताक्षर अविरल शुक्ला भाई ने बहादुर लोग अपनी एड़ियां पत्थर बना लेते इन पंक्तियों के माध्यम से देश भक्ति के भाव को जागृत किया। वहीं गीतकार दीपक शर्मा सार्थक जी ने अपने गीत में भगवान श्री कृष्ण कि बात की। लखनऊ कि प्रख्यात कवयित्री डा निशा सिंह नवल जी ने पिता पर अपनी शानदार ग़ज़ल सुनाकर श्रोताओ का मन मोह लिया। वहीं आदर्श पांडेय जी ने लग रहा ज़िंदगी द्रौपदी हो गई इन पंक्तियों के द्वारा श्रोताओं से खूब तालियां बटोरी। वहीं श्रृंगार रस कि कवयित्री रंगोली पंडित ने अब तुम्हीं तुम हमें हर दफा़ चाहिए से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं हास्य के सशक्त हस्ताक्षर देवेश बलरामपुरी जी ने अपनी पत्नी पर कविता पढ़ कर श्रोताओ का दिल जीत लिया। वहीं दूसरी ओर अज़ल फाउंडेशन के संस्थापक सुनील मेहरोत्रा जी कि उपस्थिति एक अध्यक्ष के रूप में रही।सबकी परोशकारी यानि संचालन का कार्यभार संभाल रहे निर्भय निश्छल जी ने अंंत में हमारे पास संयोजन नहीं हैं इन पंक्तियों से श्रोताओं को तालियां बजाने पर विवश कर दिया।मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के सबसे प्राचीन विघालय के कर्ता धरता, आदरणीय श्री राजेन्द्र सिंह जी ने कवियों को खूब मन से सुना व अंत में आशीर्वचनों के साथ कार्यक्रम को आगामी कार्यक्रम के लिए स्थगित किया।इस कार्यक्रम कि सफलता के लिए कुमार गौरव श्रीवास्तव व इनकी सारी टीम को बहुत बहुत शुभकामनाएं बधाइयां।