
कूट रचित अभिलेखों के सहारे हड़प लिया शादी अनुदान की धनराशि
-जांच के बाद रिकवरी का आदेश
अयोध्या। कूट रचित अभिलेखों के सहारे सरकार द्वारा संचालित शादी अनुदान योजना का पैसा हड़प लिया। शिकायत के बाद जांच के दौरान मामला सामने आया तो विभाग ने नोटिस जारी करके एक हफ्ते के अंदर रिकवरी का आदेश दिया।
पलिया रिसाली के हनुमत नगर बाजार निवासी मूलचंद गुप्ता पुत्र स्वर्गीय शत्रुघ्न प्रसाद गुप्ता का विवाह 22 अप्रैल 2021 को पूरा बाजार जलालुद्दीन नगर निवासी स्वर्गीय फूलचंद कसौधन की पुत्री दिव्या कसौधन के साथ हुआ था। विवाह के एक महीने बाद वैवाहिक संबंध चल नहीं पाया और टूट गया और दोनों पक्षों ने न्यायालय में कई बाद दायर कर दिए। मूलचंद गुप्ता के बड़े भाई मानचंद गुप्ता ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को दिए गए शिकायत पत्र में कहा है कि शादी 21 अप्रैल 2021 को हुई थी लेकिन दिव्या कसौधन ने शादी अनुदान का पैसा हजम करने के लिए कूट रचित अभिलेखो के सहारे 22 मई 2021 को शादी का फर्जी कार्ड छपवा कर शादी अनुदान में मिलने वाला ₹20000 हड़प लिया, जबकि शादी के समय से ही मूलचंद गुप्ता उत्तर प्रदेश सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर है, जानबूझकर सरकारी धन हड़पने के लिए कूट रचित अभिलेखों का सहारा लिया गया। 2 जुलाई 2025 को हुई शिकायत के बाद जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने जांच किया तो दिव्या कसौधन अपात्रता की श्रेणी में पाई गई और अभिलेख भी फर्जी साबित हुए जिस पर जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने किरन कसौधन पत्नी स्वर्गीय फूलचंद कसौधन के विरुद्ध नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के अंदर रिकवरी का आदेश दिया। शिकायतकर्ता मनचंद गुप्ता ने रिकवरी के साथ-साथ फर्जी अभिलेखों के सहारे सरकारी धन को हड़पने की साजिश में कार्रवाई की मांग किया है।